क्या आपके हाथों में भी है खंजर ?
आज हम सभी के हाथों में एक खंजर है , जो हमारे भविष्य और अतीत दोनों का ही अपराधी बनता जा रहा है। यह खंजर आपके दिमाग के साथ खेलकर आपको अपने मुताबिक़ काम करवाता है। लेकिन यह जानते हुए भी हम उस खंजर नुमा हथियार को अपनी ज़िन्दगी का एक अहम् हिस्सा मान चुके हैं। आप सोच रहे होंगे कि आखिर मैं किस बारे में बात कर रही हूँ। आखिरकार वो क्या है जो हमारे भविष्य और वर्तमान दोनों के ही साथ खिलवाड़ कर रहा है ? मैं उसी खंजर की बात कर रही हूँ जिसे आज सभी "अपना फ़ोन" कहकर पुकारते हैं। आज के विषय की ओर बढ़ने से पहले मैं आपसे कुछ सवाल करना चाहूंगी। आप अपने दिन के कितने घंटे बिना फोन को छुए रह सकते हैं ? फोन आपके लिए क्या है ? क्या अगर आपकी नज़रों से कुछ वक्त के लिए फोन गायब हो जाए तो आपको एंजायटी जैसी परेशानियां नहीं होतीं ? आप में से 100 प्रतिशत लोगों में से 90 का यही कहना होगा कि हम फोन के बिना एक दिन भी नहीं रह सकते! शायद कुछ ये भी कहें कि आज जो हम यह आर्टिकल पढ़ रहे हैं , वह भी तो फोन के माध्यम से ही हो पा रहा है। आज जो मैंने आपसे सवाल किए हैं , उनमें से अधिकतर लोगों का जवाब एक जैसा ही होगा। लेकिन