सुन्दरता एक खोखली दिवार
"सुंदरता" शब्द मात्र नहीं है, यह आज की दुनिया में लोगों की ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा बन गया है। हम सभी, चाहे अनजाने में ही सही, सुंदर दिखने और दूसरों को सुंदर नजर आने के लिए अनेक चीज़ों का सामना करने को तैयार हो जाते हैं। अगर आज किसी से पूछा जाए कि जीवनसाथी में क्या चाहिए, तो अधिकतर लोग यही कहेंगे कि हमें एक सुंदर जीवनसाथी चाहिए। सोशल मीडिया के इस दौर में सुंदरता की परिभाषा ही बदल गई है। अगर आप मोटे हैं या आपका रंग गहरा है, तो समाज आपको सुंदर मानने से इंकार कर देता है। यह मैं नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन वीडियोस बताते हैं। इंस्टाग्राम पर स्क्रॉल करते हुए आपने भी शायद कई बार ऐसे वीडियो देखे होंगे, जो यह दिखाते हैं कि आपकी ज़िंदगी गोरा रंग और अच्छी बॉडी हासिल करने के बाद ही बदल सकती है। लेकिन क्या सच में सुंदरता का यही मतलब है? या इससे भी भयानक कुछ और है? आज हम ऐसे ऐप्स का उपयोग करने लगे हैं, जो हमें वर्चुअल मेकअप के जाल में फंसा रहे हैं। कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स और कॉस्मेटिक्स की दुकानें भी हमें गोरा बनाने का खोखला सपना बेच रही हैं। इन सबका नतीजा यह